एक तरफ सरकार साफ सफाई के लिये तमाम उपक्रम कर रही है। समय समय विज्ञापन, संगोष्ठी, रैली सहित तमाम जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाता है। लेकिन सुलतानपुर के नवीन मंडी स्थल में इन सफाई अभियान का कोई असर नही। दो दिनों पूर्व हुई बारिश से मंडी में जलभराव से लोग परेशान है, ऊपर से यहां फैली गंदगी और बदबू ने लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है। दुकानों में पानी भरा हुआ है, लेकिन जिम्मेदार मौन हैं। अभी कुछ महीनों पहले ही साफ सफाई का लाखों का टेंडर हुआ है, ताकि मंडी की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखी जा सके। हो सकता है कागजों मे नवीन मंडी चाक चौबंद हो, लेकिन हकीकत यहां कोसों दूर है। बहरहाल यहां के दुकानदार और खरीदारी करने वालों ने इसकी कई बार शिकायत भी की, लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नही हुआ। वैसे तो आवारा पशुओं के सरकार ने हर जिले में सैकड़ो गौशालाएं खोल रखी है, लेकिन सुलतानपुर में गौशालाओं की कमी है, लिहाजा यहां के नवीन मंडी स्थल में आप को आवारा और छुट्टा जानवरों की पूरी बारात दिखाई देगी। इस पर भी मंडी सचिव और इंस्पेक्टर की आंखें अपने आप बन्द हो जाती हैं।
वहीं जिलाधिकारी ने मंडी प्रशासक यानि एसडीएम सदर को जांच के आदेश दे दिए हैं और लापरवाह लोगों पर कड़ी कार्यवाही की बात कही जा रही है।