सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के सख्त निर्देशों के बाद भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी का बुरा हाल है। कहने को सरकारी अस्पताल में दवाओं का भंडार भरा है लेकिन डॉक्टर हैं कि उन्हें बाहर की दवा ही लिखनी है। मरीज को जानकारी नही, लिहाजा वे भी बाहर दवा ख़रीदने को मजबूर हैं। मंहगी मंहगी जांच भी बाहर की लिखी जारी है। जाहिर है कमीशनखोरी जमकर चालू है, लेकिन आलाकामान की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है, या ये कहें कि वे देखना ही नही चाहते। बहरहाल जांच के बाद कार्यवाही की बात कही जा रही है।