वैसे तो नगर क्षेत्र में दुकान मकान बनवाने के लिए तमाम नियम कानून है, लेकिन यही काम जब कोई खास करने लगता है तो वहां सारे नियम कानून खुद-ब-खुद धराशाही हो जाते हैं । ऐसा ही एक मामला सुल्तानपुर में देखने को मिला, आरोप है कि दशकों से हो रहे नगर के रामलीला मंचन की जमीन ही कब्जा कर ली जा रही है। इतना ही नहीं इसी जमीन पर बने विद्यालय में व्यवसायिक दुकानों और मकान का भी निर्माण किया जा रहा है आरोप तो ये भी है कि नगर पालिका परिषद के कागजों में हेरफेर कर उसे रामलीला ट्रस्ट के नाम करा लिया गया है, जबकि सरकारी अभिलेख के फार्म 45 में ये जमीन नगर पालिका परिषद के नाम दर्ज है। जिसमें केवल शिवालय और कुवां ही उल्लेख है। ऐसे में वहां चल रहे विद्यालय का भी कोई अभिलेख नही है। इसी को देखते हुये जमीन कब्जाने का आरोप लगाते हुये आज कई स्वयं सेवी संगठनों ने प्रदर्शन किया।हलांकि रामलीला समिति ट्रस्ट के लोग सामाजिक संगठनों के आरोप को बेबुनियाद बता रहे हैं। खबर जानने के लिये देखें वीडियो….