सुल्तानपुर में मुख्य विकास अधिकारी के निरीक्षण में ग्राम विकास अधिकारी की पोल खुल गई। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन लाभार्थियों को आवास दिए गए थे,उनमें से निरीक्षण के दौरान 14 में से 11 मौके पर अपात्र पाए गए। फिलहाल सीडीओ ने अपात्रों का आवास कैंसिल कर ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं और अपात्रों के खाते में भेजी गई धनराशि की रिकवरी की बात कही रह जा रही है।
दरअसल यह मामला है धनपतगंज ब्लॉक के पिपरी साईनाथ पुर गांव का। इसी गांव की प्रधान रेनू सरोज और ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप सिंह ने 87 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास का आवंटन किया था। जिनमें 60 अनुसूचित जाति और 27 सामान्य लोगों को आवास दिया गया था। जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि ग्राम प्रधान रेनू सरोज और ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप सिंह ने मिलीभगत करके अपात्रों को आवास आवंटित कर दिए हैं।जिस पर सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी अतुल पीढ़ी और खंड विकास अधिकारी इसकी जांच करने गांव पहुंचे और 14 लोगों का स्थलीय सत्यापन किया। हैरानी की बात तो यह रही इन 14 में से 11 लाभार्थी अपात्र पाए गए जिस पर मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने इन अपात्रों का आवास रद्द कर ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दे दिए। साथ ही जिन अपात्रों के खाते में आवास की धनराशि भेजी गई है उसकी रिकवरी की भी बात कही जा रही है।