सुल्तानपुर में हफ्ते भर पूर्व हुई बैंक फ्रेंचाइजी संचालक की हत्या के मामले में पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। घटना में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि एक अन्य फरार बताया जा रहा है। पुलिस की माने तो हत्यारे की बहन से संबंध और लूट के इरादे से ही बैंक फ्रेंचाइजी संचालक की हत्या को अंजाम दिया गया था।
दरअसल ये मामला है चाँदा कोतवाली के छतौना कला का। जहां बीती 28 जुलाई को इसी गांव के जंगल की झाड़ियों में अज्ञात शव मिलने से हड़कम्प मच गया। इसकी शिनाख्त देहात कोतवाली के भरथीपुर के रहने वाले राहुल शर्मा के रूप में हुई। जो बीते 26 जुलाई से ही गायब था। राहुल कामतागंज बाजार में बैंक फ्रेंचाइजी चलाता था। पुलिस ने सर्विलांस के जरिये चाँदा कोतवाली के गौरा गांव के रहने वाले पिंटू उर्फ तेजबहादुर तिवारी और छतौना कला गांव के रहने वाले नंदलाल निषाद नाम के युवक को बरसड़ा रेलवे क्रासिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया। जबकि संजय निषाद नाम का युवक अभी भी फरार है। पुलिस की माने तो मृतक राहुल शर्मा का पिंटू उर्फ तेजबहादुर तिवारी की बहन के यहां आया जाया करता था, बहन के यहां आना जाना और राहुल के बैंकिंग लेनदेन को देखकर इसकी नियत बिगड़ गई। लिहाजा इसने अपने साथी नंदलाल निषाद और संजय निषाद के जरिये प्लान किया और छतौना कला में पार्टी के लिये बुलाया। वहीं पर इन लोगों ने शराब ली। पिंटू, नंदलाल और संजय ने कम शराब पी, जबकि मृतक राहुल को इन लोगों ने जमकर शराब पिलाई। जब राहुल नशे में हो गया तो इन सभी ने बेल्ट से राहुल की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के बाद राहुल का मोबाइल और बाइक इन सभी ने लखनऊ वाराणसी हाइवे पर असरोगा टोल प्लाजा के पास खड़ी कर दी ताकि किसी को कोई शक न हो। घटना के बाद ये सभी मौके से चलते बने।