उत्तर प्रदेश के विधान सभा का चुनाव का दौर चल रहा है , पहले चरण का मतदान भी हो गया , राजनीति मठाधीसो द्वारा तरह तरह की चर्चाओं से बाजार गर्म है , सुल्तानपुर जनपद में 27 फरवरी को मतदान होना है , जहाँ इसौली , लम्भुआ , कादीपुर , जयसिंहपुर से सपा कांग्रेस , बसपा , भाजपा के उम्मीदवार अपनी जीत का परचम लहरा रहे है , वही सुल्तानपुर विधान से इन दिनों सपा बसपा कांग्रेस भाजपा के उम्मीदवार अपनी जीत के लिये गांव गांव व शहरों की गलियों की खाक छान रहे है , इसी कड़ी में , सपा के उम्मीदवार अनूप संडा अल्पसंख्यक , बैकवर्ड सहित अन्य समाज मे अपनी पैठ बनाने में जुटे है , वही भाजपा के प्रत्यासी पूर्व मंत्री विनोद सिंह के चुनावी समर में उतरने पर जनपद के सियासी गलियारों में भूचाल सा आ गया है पहले हम बताते है कि , भाजपा के प्रत्यासी विनोद सिंह के पिता स्वर्गीय केदार नाथ सिंह एक कद्दावर नेताओ में गिने जाते थे , लोक सभा सदस्य से विधान परिषद सदस्य,व राज्यसभा सदस्य बनकर राजनीति के उन मुकामो को छुआ जिसने राष्ट्रीय नेशनल कांग्रेस पार्टी के कार्यकरणी में भी अपना वर्सचसव बनाये रक्खा , अपने पिता के पद मार्गो पर चलने वाले विनोद सिंह ने भी अपने पराक्रम व कर्म से राजनीति की उन सीढ़ियों पर पहुचने के लिये कोई कसर नही छोड़ना चाहते , कांग्रेस व बसपा की नीतियों से ऊब चुके विनोद सिंह इन दिनों सुल्तानपुर विधान सभा से भाजपा के प्रत्यासी बनकर चुनावी मैदान में है , चुनावी मैदान के इस समर में विनोद सिंह लगातार सुल्तानपुर विधान सभा के मतदातातो से रूबरू हो पार्टी की नीतियों को बता कर अपने पक्ष में मतदान देबे की अपील कर रहे है ,
[1 वही सपा से दो बार विधायक रहे सपा उम्मीदवार अनूप संडा भाजपा पर तीखी प्रकिया ब्यक्त कर सपा के नीतियों को जन जन तक पहुंचाने में लगे हुए है, बसपा से डॉ डी एस मिश्रा भी कछुए की चाल चलकर विधान सभा पहुंचने की तैयारी में लगे है , वही कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार फिरोज अहमद कांग्रेस पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी के विचारों को व्यक्त कर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाने का दावा ठोक रहे है
बहरहाल , सुल्तानपुर विधान सभा के लगभग पांच लाख मतदाता अपना मत देकर 10 मार्च को वह इतिहास कायम करेगे कि उनका प्रतिनधित्व बनने के लायक कौन होगा ।