*लावारिस शव का अंतिम संस्कार कर समाजसेवी अब्दुल हक ने पेश कि मानवता की मिसाल*
कादीपुर सुलतानपुर
गत 29 मई को कादीपुर कोतवाली अन्तर्गत सरायरानी गांव में मिले लगभग 85वर्षीय अज्ञात बुजुर्ग की फांसी पर लटके शव के बारे में कोई जानकारी आज तक प्राप्त न होने के कारण स्थानीय कोतवाली पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अन्तिम संस्कार हेतु कादीपुर तुलसीनगर निवासी समाजसेवी अब्दुल हक को सौंप दिया। समाजसेवी अब्दुल हक ने बताया कि ऊपर वाले की इच्छा यही थी कि हम समाज में पीड़ितों के लिए कुछ करें। अभी तक जहां हम विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस वतन लाने के लिए कार्य कर रहे थे तो वहीं मन में एक और भाव जगा कि जो जीवित रहते अपनों के बीच अपने सर्वस्व न्यौछावर कर लावारिस हालत में काल के गाल में समा गये उनके लिए हम उनके परिजन बन उनका अन्तिम संस्कार उनके धर्म के अनुसार कर उन्हें सद्गति प्रदान करें।ईश्वर की प्रेरणा मान स्थानीय पुलिस के सहयोग से हमने अब तक कई लावारिस शवों को उनके धर्म के अनुसार अन्तिम संस्कार किए।आज भी सरायरानी गांव में मिले अज्ञात शव को पुलिस से प्राप्त कर गोमती नदी के तट देवाढ़घाट पर कर रहा हूं। मेरे साथ इस शव के अन्तिम संस्कार में पुलिसकर्मी राजबहादुर पटेल,लकी सिंह एडवोकेट, रानीपुर कायस्थ के प्रधान प्रतिनिधि अमित श्रीवास्तव बीरू,अम्बिकेश सिंह, अलाउद्दीन,आशीष चौधरी अन्तिम संस्कार में सहयोगी रहे।