न केक न जश्न, न गाजा , और न ही बाजा , अपने जन्म को एक सेवा दिवस के रूप मनाया , पुणे से एम बी ए की पढ़ाई की , विदेशों में नोकरी किया ,फिर लौट आये अपने उस जन्म भूमि पर कुछ कर गुजरने का सपना लेकर , बदलाव चाहिये , भ्र्ष्टाचार अपराध मुक्त चाहिये , समाज मे फैली बुराइयों , व जाति भेद भाव दूर चाहिये , इन्ही अरमानो को लेकर नए जज्बे के साथ समाजसेवी सन्दीप सिंह सोनू अपने जन्म दिवस पर बदलाव कार्यक्रम के साथ मैदान में उतर चुके है , जयसिंहपुर विधान सभा क्षेत्र के दरपी पुर गांव में जन्मे सन्दीप सिंह सोनू पुणे से एम बी ए किये , देश विदेशों में नोकरी किये , बहुत कुछ देखा, लेकिन जब अपने वतन लौटे , तो भ्र्ष्टाचार अपराध , जाति पाति का भेदभाव देखकर समाज के लोगो को जागरूक करने के निकल पड़े , अपने जन्म दिवस पर सन्दीप सिंह सोनू ने यह ऐलान किया कि बदलाव कार्यक्रम के तहत , समाज को एक नई दिशा देने के लिये कार्यक्रम चला रहे है , जिससे एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण हो सके , इसी के तहत युवाओ से अपील की साथ चले साथ जुड़े और एक सशक्त भारत का निर्माण करें , बहरहाल समाजसेवी सन्दीप सिंह सोनू ने अपने जन्म दिवस को एक सेवा दिवस के रूप में मनाए , हजारों की संख्या में गरीब निराश्रित महिलाओं बुजुर्गों को इस शीतकालीन के मौसम में कम्बल वितरण किये , क्षेत्र व जनपद के नाम रोशन हो जिसके लिये किर्केट टूर्नामेंट का आयोजन भी कर रहे है ।
सुनिये आगे क्या कहते है समाजसेवी सन्दीप सिंह सोनू सुने