सुल्तानपुर– गोवंश आश्रय स्थल को सुधारने के भले ही लाख दावे किये जाय, लेकिन सुल्तानपुर में हकीकत इससे कोसों दूर है। हाल ये है मृतक गोवंश के बीच ही छुट्टा जानवरों को रखा जा रहा है। वहीं गोवंश के केयर टेकर और जिम्मेदार अधिकारी केवल बयानबाजी कर आल इज वेल का दावा कर रहे हैं। फिलहाल अधिकारियों के इन दावों पर समाजवादी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुये प्रशासन पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं।
दरअसल ये मामला है लंभुआ तहसील का परसीपुर गांव का। इसी गांव में जिला प्रशासन द्वारा संचालित गोवंश आश्रय है। कागजों में इस गोवंश आश्रय स्थल में सब कुछ ठीक ठाक है। पशुओं को चारा और उनकी।चिकित्सा के लिये समय समय पर डॉक्टर आते रहते हैं, लेकिन जो हम तस्वीर दिखाने जा रहे हैं उसे देख कर आपके होश उड़ जाएंगे। दर्जनों गोवंशों के बीच यहां ऐसे भी गोवंश पड़े हैं, जिनकी काफी पहले ही मौत हो चुकी है। पिछले 3-4 दिनों से ह्यो रही बारिश ने इस गोवंश आश्रय स्थल की हालत भी बद से बदतर कर दी है। इन्ही के बीच ये ये बेचारे जानवर अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं। यहां नियुक्त केयर टेकर की माने तो हफ्ते भर में दो गोवंशों की मौत हुई है और कई जानवरों की तबियत भी खराब है। शुक्रवार को पशु डॉक्टर आये थे । फिर भी केयर टेकर की निगाह में सब ठीक है।
वीी वहीं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की माने प्रसारित खबरों पर उन्हें गोवंशों की मौत जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि गोवंश आश्रय स्थल पर नियमित डॉक्टर जाकर गोवंशों की देखरेख करते हैं, बीमार पशुओं के इलाज के साथ साथ टीकाकरण इत्यादि किया जाता है। उन्होंने कहा कि बीते 9 जनवरी को कोई बाहरी व्यक्ति गंभीर हालत में एक गोवंश छोड़ गया था, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। जिसे सम्मानपूर्वक।दफन करवा दिया गया। साथ ही जो गोवंश बीमार है उनका इलाज किया जा रहा है।
– फिलहाल इस मामले पर समाजवादी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सपा जिलाध्यक्ष पृथ्वीपाल यादव ने कहा कि परसीपुर सहित तमाम गोवंश आश्रय स्थलों की हालत दयनीय है। पशुओं को पर्याप्त चारे पानी की व्यवस्था नही है। प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुये पृथ्वीपाल ने कहा कि केवल बंदरबांट की जा रही है।