KNIPSS में संगोष्ठी का हुआ आयोजन।
चौरी चौरा सर्वजन आक्रोश शताब्दी पर हुआ संगोष्ठी का आयोजन
कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान के इतिहास विभाग में आज चौरी चौरा सर्व जन आक्रोश शताब्दी व शीर्षक पर एक संगोष्ठी का संचालन इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शक्ति सिंह ने किया इस संगोष्ठी में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष एवं संस्थान के उप प्राचार्य डॉ सुशील कुमार सिंह ने कहा कि चौरी चौरा की घटना के पश्चात गांधी जी ने असहयोग आंदोलन को जो कि अपने चरम पर था उसे वापस ले लिया था इससे गांधीजी की काफी आलोचना भी हुई थी परंतु इसे गांधीवादी जन आंदोलन जोकि एक विशेष प्रकार का सत्य एवं अहिंसा पर आधारित नियंत्रित आंदोलन था के प्रकाश में देखा जाना चाहिए इसी श्रृंखला में डॉक्टर देवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा इस वर्ष चौरी चौरा घटना को शताब्दी वर्ष मनाने का मुख्य उद्देश्य देश की राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है इसी कड़ी में डॉ दीपमाला द्विवेदी ने कहा कि कांग्रेस के अन्य नेताओं ने गांधीजी की जो आलोचना की वह तर्कपूर्ण नहीं इस संगोष्ठी में छात्र-छात्राओं ने अपने विचार प्रकट किए जिनमें पूनम सौभाग्यशाली साक्षी आशीष प्रज्ञा आदि सम्मिलित हुए।