सुलतानपुर में विभिन्न मांगों को लेकर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंभुआ पर आशा बहूओ व संगिनियों का जोरदार प्रदर्शन 6वें दिन जारी रहा। धरना स्थल पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी के काफी समझाने बुझाने के बाद भी धरना समाप्त नही हुआ।
आशा बहू संघ के आवाहन पर आशा बहूओ व संगिनियों का प्रदर्शन विगत 15 तारीख से अनवरत चल रहा है। आशा बहुओं ने एक स्वर में नारा लगाते हुए कहा कि 2000 में दम नहीं 20000 से कम नहीं। इनकी मांग है कि आशा बहू को निश्चित मानदेय, जोखिम भत्ता, राज्य कर्मचारी का दर्जा एवं प्रमोशन में आरक्षण के साथ साथ एक महिला हेल्पडेस्क बनाई जाए। इन्हीं मांगों को लेकर आशा बहू कल्याण समिति उत्तर प्रदेश के बैनर तले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंभुआ में विगत 15 तारीख से लगातार आशा बहुओं का प्रदर्शन चल रहा है।पूर्ण कार्य बहिष्कार के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का कामकाज प्रभावित है। खास करके गर्भवती व धात्री माताओं के लिए खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है । ऐसे में आशा बहुओं की मांग के समर्थन में जनता की तरफ से भी आवाज उठने लगी है। सोमवार को धरना समाप्त कराने के लिए लंभुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी पहुंचे बंद कमरे में आशा बहुओं का एक प्रतिनिधि मंडल के साथ सीएमओ की काफी देर तक धरना समाप्त करने के लिए वार्ता चली किंतु आशा बहुओं ने धरना खत्म करने से इंकार कर दिया। सीएमओ श्री तिवारी ने बताया कि इनकी लड़ाई शासन स्तर से है इनकी मांगों को लेकर पत्राचार किया जा रहा है आशा बहुओं को काम करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया है। काफी देर तक आशा बहुओं से धरना समाप्त करने के लिए वार्ता चली किंतु कोई हल नहीं निकला। धरने पर सुमन शुक्ला, उमा सिंह, सीमा सिंह, पूनम सरोज, नीलम मिश्रा, कुसुम, रीता पांडे, अमरावती, मीना, आशा, सुनीता यादव, सुनीता वर्मा, दुर्गेश मिश्रा, रूपा मिश्रा, सुमन, मंजू, किरन प्रजापति समेत काफी संख्या में आशा संगिनी व आशा बहू मौजूद रहीं।