योगी सरकार भले की भ्रष्टाचार मुक्त होने के लाख दावे करे,लेकिन सच्चाई उससे कोसों दूर है। सरकारी कार्य में धन की बंदरबांट ऐसी हुई है कि लोग जान हथेली पर लेकर चलने को मजबूर हैं। ऐसा ही एक मामला सुलतानपर में देखने को मिला जहां कुछ माह पहले उद्घाटन हुये गोमती नदी का पुल अभी से ही दुर्दशा के आंसू रो रहा है। पुल के दोनों तरह एप्रोच स्लैब न बनने से मिट्टी के साथ साथ बोल्डर भी कटकर बह जा रहे है। जिसके चलते अब तक दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं।