लोग बैंक में पैसे इसलिये जमा करते हैं ताकि जरूरत पर पैसे निकाल कर काम कर सकें। लेकिन सुल्तानपुर में एक ऐसा बैंक है जहां लाखों करोड़ों जमा करने के बाद भी आप एक हज़ार से ज्यादा रुपया विड्राल नही कर सकते। पैसों की बहुत ज्यादा जरूरत हुई फ़ाइल बनेगी। पैसे की जरूरत के लिये सारे डॉक्यूमेंटस जमा होंगे, फिर फ़ाइल ऊपर बैठे अधिकारियों को भेजी जाएगी। अगर अधिकारियों को समझ आ गया तो फ़ाइल पास होगी अन्यथा आप का पैसा बैंक में ही पड़ा रहेगा। देखिये चुल्लन्यूज़ की खास रिपोर्ट
कहने को सहकारी बैंक की स्थापना का उद्देश्य अधिक से अधिक लाभ कमाना नही बल्कि अपने सदस्यों को सर्वोत्तम उत्पाद एवं सेवाएं उपलब्ध करवाना होता है। इस बैंक में ग्राहकों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं जैसे ऋण देना, पैसे जमा करना और बैंक खाते में पैसे के लेन देन इत्यादि सुविधाएं प्रदान करना होता है। लेकिन इन सबसे अलग सुल्तानपुर की इस जिला सहकारी बैंक लिमिटेड की हालत बेहद दयनीय हैं। यहां अपने ही जमा पैसों को निकालने के लिये आप को खासा मशक्कत करनी पड़ती है। आपके खाते में लाखों करोङो जमा हों, लेकिन इस बैंक में आप एक हज़ार से ज्यादा विड्राल नही कर सकते। अगर आपको बहुत जरूरत है तो आप जरूरत संबंधी सारे कागजात जमा करिए। फ़ाइल मुख्य विकास अधिकारी के पास पहुंचेगी और उनकी समझ मे आ गया तो एक लाख रुपये तक ही विड्राल कर सकते हैं। ऐसे में बेचारे ग्राहक परेशान हैं। लेकिन उनकी परेशानी समझने वाला कोई नही।
वहीं जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक की माने तो एन सी डी में जो सहकारी बैंक का पैसा जमा है उसके ब्याज के पैसे से बैंक के उपभोक्ताओं को भुगतान किया जाता है , और अगर किसी उपभोक्ता की शादी पड़ी है तो उसकी फाइल मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से स्वीकृत कर उन्हें बैंकर चेक दिया जाता है ।