भ्रष्टाचार रोकने को लेकर सरकार भले ही लाख दावे करे, लेकिन ये दावे महज कागजो पर ही सीमित हैं। कुछ अपवाद छोड़ दें तो सरकारी विभाग में हर काम के लिये धनउगाही अब आम बात हो गई है। हैरानी की बात तो ये है कि रिश्वत लेने वाले ये सरकारी अधिकारी और कर्मचारी पैसों के लिये ऐसे मुंह खोलते हैं जैसे इसीलिये इन्हें इस कुर्सी पर बैठाया गया हो।
ऐसा ही एक मामला सुल्तानपुर में देखने को मिला जहां एसडीएम सदर के स्टोनो रामअचल द्वारा रिश्वत लेते सनसनीखेज वीडियो सामने आया है। इतना ही नही खुद तो रिश्वत ले रहे हैं, साथ ही फरियादी से अपने सगे भाई लवकुश को भी रिश्वत दिला रहे हैं। अब सवाल ये है लवकुश कोई विभागीय कर्मचारी भी नही है, ऐसे में वो उनके कार्यालय में कैसे बैठ कर फाइलें निपटा रहा है। कहीं न कहीं रामअचल खुद तो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और अपने भाइयों को भी वैसी ही शिक्षा दे रहे हैं। गौरतलब हो कि रामअचल एसडीएम सदर के यहां पिछले कई सालों स्टोनो के पद पर तैनात है। इसके पहले भी लॉकडाउन के दौरान गरीब सब्जी ठेले वालों का लाइसेंस बनाने के नाम पर भी धन उगाही करने के मामले में चर्चा में आये थे। इस कार्यालय का हाल ये है कि अगर आप ने मुंहमांगा पैसा दे दिया तो जल्द से जल्द आप का काम हो जाएगा। अगर नही दिया तो हफ़्तों चक्कर लगाने के बाद भी काम हो जाय ये जरूरी नही। ऐसा नही है कि इनके ऊपर बैठे अधिकारी भी इनकी करतूतों से अनभिज्ञ हैं बावजूद इसके ऐसे कमर्चारियों पर कार्यवाही न कर कहीं न कहीं वे खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते नजर आ रहे हैं। देखिये सुल्तानपुर से अंकुश कुमार यादव की खास रिपोर्ट…..