सुल्तानपुर में आज किसान कृषि बिल के विरोध में नगर के तिकोनिया पार्क में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान वहां से जुलूस निकालकर वे कलेक्ट्रेट के सामने अपने किसान यूनियन कार्यालय पहुंचे थे , जहाँ से वे दिल्ली बॉर्डर पर खत्म हुये किसानों की याद में 60 किसानों की शव यात्रा निकालने की तैयारी में थे। इस बात की भनक जब जिला प्रशासन को लगी तो हड़कम्प मच गया। आनन फानन पुलिस किसान यूनियन कार्यालय पहुंची जहां किसानों और प्रशासनिक अधिकारियो में जमकर नोंक झोंक हुई। अंत में पुलिस ने जबरन किसान यूनियन कार्यालय से 60 शव के प्रतीकात्मक पुतले जब्त कर लिये। जिसके बाद किसान बिना शव यात्रा के ही प्रदर्शन करने के लिये सड़कों पर निकल पड़े। किसान नेताओं ने कहा कि यहाँ शव यात्रा निकालने का उद्देश्य यही था कि हम सन्देश देना चाहते थे कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान 60 किसानों की मौत हुई है। लेकिन प्रशासन ने शव यात्रा नहीं निकालने दिया। किसान नेताओ ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाये।