सुल्तानपुर— हिमांशू हत्याकांड की मुख्य आरोपी प्रतिभा उपाध्याय तो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है , लेकिन प्रतिभा उपाध्याय द्वारा कैद किये वन्य जीव पंछियों को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मुक्त कर एक और मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है ।
बताते चले कि , यह वही प्रतिभा उपाध्याय है, जो बुलेट महिला के नाम से मशूहर है , जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि , प्रतिभा उपाध्याय के शास्त्री नगर आवास पर मृतक हिमांशू सिंह को बीते 3 दिसम्बर की रात्रि को बुलाया गया था , रात्रि में हिमांशू के घर न पहुचने पर परिजनों ने मामले की तहरीर कोतवाली नगर में दी , पुलिस हिमांशु की खोजबीन में जुटी हुई थी , कि इसी दरम्यान बीते 4 दिसम्बर को बाराबंकी के लोनी कटरा थाना क्षेत्र में एक युवक की लाश मिली, कोतवाली नगर को जब इस लाश की सूचना मिली , तो परिजनों को पहचानने के लिये , लोनी कटरा ले गई , लोनी कटरा पहुचने के बाद वही हुआ जो परिजनों को शक था , वह था हिमांशू का शव , मामला हत्या का था , तो पुलिस भी सक्रिय हुई , पुलिस को पता चला कि प्रतिभा उपाध्याय द्वारा सुनुयोजित ढंग से हिमांशू की हत्या कर लाश को बाराबंकी के लोनी कटरा में फेंक दी गई , पुलिस की कार्यवाही का जब आरोपी प्रतिभा को पता चला , तो वह अपनी बेटी के साथ फरार हो गई , पुलिस ने घर पर दबिश दिया तो , देखा कि बेजुबान जानवरो को कैद किया था , बहरहाल पुलिस ने बेजबान जानवरो को कई दिन अपने हिफाजत में रख कर उनका पूरा ख्याल रक्खा। प्रतिभा उपाध्याय की तलाश में जुटी पुलिस को जब प्रतिभा वह उसकी बेटी का सुराग नही लगा तो पुलिस ने बेजबान जानवरो को वन विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया , वन विभाग के अधिकारी व,पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मोहल्ला शास्त्री नगर में किराएदार प्रतिभा उपाध्याय के निवास स्थान से कैद कर रखे गए एक अदद देसी बंदर तथा लाल चोच वाला तोता को मुक्त कराते हुए प्रतिभा उपाध्याय पत्नी डॉक्टर प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध के विरुद्ध कोतवाली नगर सुल्तानपुर में f.i.r. संख्या 1252 / 2020 वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत दर्ज करवाने के विभागीय रेंज केस संख्या 22 /2020 दर्ज करके जांच की कार्रवाई की जा रही है बरामद किए गए इन वन्यजीवों को दिनांक 21 दिसंबर 2020 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुल्तानपुर के न्यायालय में पेश कर के माननीय न्यायालय के आदेशानुसार इनके प्राकृतिक वास स्थल आरक्षित वन ब्लॉक कादू नाला मुसाफिरखाना जनपद अमेठी में छुड़वा दिया गया है।