बताते चलें कि सुल्तानपुर में बीते 3 दिसम्बर को नगर कोतवाली क्षेत्र के गोलाघाट का रहने वाला हिमांशु प्रताप सिंह को शास्त्री नगर की रहने वाली प्रतिभा उपाध्याय और उसकी बेटी सजल मिश्रा ने मिलने के बहाने बुलाया था। उसके बाद से हिमांशु गायब हो गया। काफी खोजबीन करने पर जब हिमांशु का पता न चल सका तो हिमांशु के छोटे भाई शिवेंद्र ने प्रतिभा उपाध्याय और उसकी बेटी सजल मिश्रा के खिलाफ अपहरण कर हत्या की आशंका जाहिर की थी। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया था, लेकिन उसकी कोई खोज खबर नही ली गई। दिलचस्प बात तो ये है कि घटना के अगले ही दिन 4 दिसम्बर को बाराबंकी जिले लोनी कटरा स्थित एक नाले में एक अज्ञात शव बरामद हुआ था। जिसकी शिनाख्त 8 दिसम्बर को परिजनों ने हिमांशु के शव के रूप में की थी। इसी मामले पुलिस प्रतिभा उपाध्याय, उसकी बेटी सजल मिश्रा समेत घटना में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही थी। इसी मामले में आज पुलिस ने नगर कोतवाली के चौक इलाके के रहने वाले गुफरान और चांदा कोतवाली के कोथरा गांव के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर वाहिद खान को नगर कोतवाली के पयागीपुर चौराहे के पास से घटना में प्रयुक्त वाहन और आलाकत्ल के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की माने तो गुफरान ने ही पूरी घटना की साजिश रची थी और वाहिद को घटना के दूसरे दिन 50 हज़ार रुपए भी दिया गया। इस मामले में एक आरोपी प्रदीप मिश्रा को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। फ़िलहाल इस मामले में मुख्य आरोपी प्रतिभा उपाध्याय और उसकी बेटी सजल मिश्रा अभी भी फरार चल रही है, जिसकी तलाश की जा रही है।