कोविड 19 के दृष्टिगत रखते हुए हिंदुओ का प्रमुख त्यौहार दुर्गा मूर्ति विसर्जन फीका हुआ नजर आता दिख रहा है , जहाँ माँ के श्रद्धालुओं में एक अलग तरह की खुशियां रहती थी हुई इस बार जिला प्रशाशन व केन्द्रीय पूजा समिति के व्यवस्थापकों के चलते भक्तों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है , आलम यह रहा कि दूर दराज से आई महिलाएं व बच्चों को घाट तक जाने की इजाजत नही दी जा रही है ।
विदित हो कि , प्रदेश की एतिहासिक दुर्गा पूजा का त्योहार मनाने के लिये जाने जाना वाला सुल्तानपुर आज मूर्ति विसर्जन के दिन फीका नजर आ रहा है , सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशाशन पूरी तरह से मुस्तेद है , माँ दुर्गा की विसर्जन शोभा यात्रा पर जिला प्रसाशन ने पूरी तरह पाबन्दी लगा रक्खी है , भक्त गण माँ दुर्गा की प्रतिमा बड़े सादगी के साथ विसर्जन कर रहे है , लेकिन दूर दराज से आये महिलाएं बच्चे मां के विसर्जन की एक झलक पाने के लिये बेताब है , लेकिन पुलिस प्रशाशन की सख्ती के चलते लोगो को घाट तक नही पहुचने दिया जा रहा है , जिला प्रशाशन के सख्त इस रवैये से जहाँ माँ के भक्तों में निराशा की झलक दिख रही है , वही पूजा पंडालों के पदाधिकारी केंद्रीय पूजा समिति के जिम्मेदार पदाधिकारियों के प्रति आक्रोशित भी है ।
घाट पर नही दिख रहे माननीय–
हर वर्ष की भांति जहाँ जनपद के मठाधीश नेताओ का सीताकुंड धाम पर जमावड़ा लगा रहता था , वही आज के इस विसर्जन शोभा यात्रा में नगर का कोई माननीय का चेहरा भी नजर नही आ रहा
पुलिस की है मुस्तेदी—
दीवानी चौराहों से लेकर सीताकुंड घाट तक पुलिस बल एक छावनी में तब्दील है , दो से तीन जगह तक बेरिकेटिंग की व्यवस्था की गई है , मूर्ति विसर्जन के साथ पांच से दस भक्तों को जाने की अनुमति दी जा रही है ।