सुल्तानपुर में एक महिला ने मानसिक और शारीरिक रूप से अस्वस्थ लोगों को न सिर्फ पढ़ा लिखा कर उन्हें शिक्षित कर रही हैं बल्कि उन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर उन्हें स्वरोजगार दिलाने में उनकी मदद भी कर रही हैं। पिछले कई सालों से ये कारवां चलता जा रहा है और मानसिक और शारीरिक रोगों से पीड़ित लोग एक नया जीवन पा रहे हैं।