सुल्तानपुर के कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान के तत्वाधान में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं स्टूडेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ एवं के.एन.आई.पी.एस.एस., सुलतानपुर के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में डा. अतहर महमूद एवं श्री गुंजन सक्सेना जी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर संस्थान के प्राचार्य प्रोफेसर आलोक कुमार सिंह ने बताया कि एफडीपी मूल रूप से अनुभव साझा करने की प्रक्रिया है जो दोनो तरफ से होता है। डॉ. अतहर महमूद ने सर्वप्रथम उपस्थित प्राध्यापक गण से शिक्षण सम्बन्धित समस्याओं के सम्बन्ध में जानने का प्रयास किया तत्पश्चात प्रोफेसर राधेश्याम सिंह ने बताया कि छात्रों के ज्ञान का स्तर इतना नीचे गिर चुका है कि हमको खुद नींव खोदनी पड़ती है तब पता लगता है कि बहुत समय व्यतीत हो गया अन्य लोगों ने भी अपनी समस्या बताई। कक्षा में पाया जाता है कि बच्चों का ज्ञान स्तर कम है, उनकी उपस्थिति भी कम रहती है तथा स्वयं अनुशासित भी नहीं है। शारीरिक रूप से तो उपस्थित रहते हैं परन्तु मानसिक रूप से अनुपस्थित रहते हैं, शॉर्टकट तरीकों की तलाश में रहते हैं। मुख्य वक्ता ने आज के वक्त में मेंटरशिप पर जोर दिया आपने कहा कि जो भी आज लीडर है भविष्य में वे सभी मेंटर की भूमिका में होंगे। सही मेंटरिंग क्या है? सही सवाल पूछना ही सही मेंटरिंग है। आपको स्वयं विचार करना होगा। मेंटरिंग के तौर तरीकों से अवगत कराया। इस सम्बन्ध में साइकोमेट्रिक टेस्ट एवं एप्टीट्यूट टेस्ट प्रश्नावली से लोगों को अवगत कराया और इसके लाभों को बताया।
आपने अपनी पॉलिसी संस्थान से साझा करने पर भी सहमति दी इस अवसर पर आई.क्यू.ए.सी. निदेशक प्रो. प्रवीण कुमार सिंह, प्रो. राधेश्याम सिंह, प्रो. सुशील कुमार सिंह, प्रो. पी.के. सिंह, प्रो. योगेन्द्र बहादुर सिंह, श्रीमती रंजना सिंह, श्रीमती वंदना सिंह, प्रो. प्रतिमा सिंह, प्रो. किरन सिंह एवं अन्य प्राध्यापक गण उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम में 191 छात्र एवं छात्राएं तथा 86 प्राध्यापकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम उत्साहवर्द्धक एवं सफल रहा। सभा के अंत में प्रो. प्रवीण कुमार सिंह ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उपरोक्त जानकारी संस्थान के मीडिया प्रभारी द्वारा दी गई।