जब सत्ता से जुड़े पति पत्नी दोनों सम्भ्रान्त पदों पर हों, तो उन्हें अपनी बातों में नम्रता रखनी चाहिये। सलीके से बात करना चाहिए, गुमान छोड़कर सही को सही और गलत को गलत बोलना चाहिए, लेकिन उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में सब उल्टा ही है, पति पत्नी दोनों राजनीति के सम्भ्रान्त पदों पर हैं। जिन कार्यकर्ताओं की बदौलत उन्हें ये कुर्सी हासिल हुई है, उससे ऐसे बात की जाती है जैसे ये कार्यकार्य उन जनप्रतिनिधियों का नौकर हो। सुनने में आपको भले ही ये अजीब लगे लेकिन ये सच्चाई है दो बार से जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के पति शिवकुमार सिंह की। शिवकुमार इस बार बल्दीराय के ब्लाक प्रमुख है।जिन भाजपा कार्यकर्ताओं की बदौलत इन्हें प्रमुख की कुर्सी नसीब हुई है अब उसी ने ही ऐसे आरोप लगाकर उन्हें कटघरे में खड़ा कर दिया है।