भले ही सरकार भ्रष्टाचार रोकने के लाख दावे करें, लेकिन हाल ये है कि विभाग में नीचे से लेकर ऊपर तक बैठे अधिकारियों कर्मचारियों में इसकी जड़े बेहद मजबूत हैं। आम आदमी का कार्य हो या फिर किसी खास का, सामाजिक कार्य हो या सरकारी विभाग का कार्य। हर जगह कमीशन खोरी है। बिना कमीशन के ये अधिकारी और कर्मचारी कलम तक नहीं चलाना चाहते। लेकिन कमीशन मिलते ही खराब कार्य को कैसे अच्छा बनाया जाता है, इनसे बेहतर कोई नहीं बता सकता। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में देखने को मिला। जहां टांडा विकासखंड में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात धीरेंद्र कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। इस वीडियो में ग्राम विकास अधिकारी धीरेंद्र कुमार निर्माणाधीन पंचायत भवन के नाम पर ₹20000 कमीशन लेते नजर आ रहे हैं। पूरी खबर के लिये देखें वीडियो …..