सुल्तानपुर:अंग्रेजी हुकूमत में सुल्तानपुर के अनेको वीर सपूतों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर इस जिले की धरती को अंग्रेजो की गुलामी से मुक्त कराया था। लेकिन आज इस जिले की युवा पीढ़ी उन माटी के लालो को याद करना दूर उनका नाम तक नही जानती,इस जिले के इतिहास और उन वीर सपूतों की कुर्बानी की याद को तरोताजा करने के लिए *सार फाउंडेशन* जल्द ही सुल्तानपुर महोत्सव मनाएगा। इस कार्यक्रम का वीणा इसी *जिले की बेटी गजलकार व अभिनेत्री मल्लिका सिंह राजपूत* ने उठाया है। एक औपचारिक मुलाकात के दौरान मल्लिका सिंह राजपूत ने बताया कि मैं सुल्तानपुर की बेटी हु और मुझे उस वक्त बहुत तकलीफ होती है जब मैं कहती हूं कि मैं सुल्तानपुर से हु तो लोग पूछते है कि कौन से सुल्तानपुर से। जबकि मेरे इस जिले का एक स्वर्णिम इतिहास है। अंग्रेजो से हमारे जिले के वीरो ने लड़ाई लड़ इसे आजाद करवाया था। सुल्तानपुर जिले का चाहे *गभड़िया का नाला हो या कादु का नाला या फिर अमहट* इन स्थानों पर इस जिले के सपूतो ने अंग्रेजी हुकूमत को मुह तोड़ जवाब देते हुए घमासान युद्ध किया था और जीत का परचम लहराकर अंग्रेजो से इस जिले को मुक्त करवाया था।मल्लिका सिंह राजपूत ने तो यहां तक कहा कि उन वीर सपूतों को तो आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा नही मिला और ना ही इनके नाम से कोई सड़क है और न ही स्मृति। मैं सुल्तानपुर महोत्सव मनाकर इन सभी वीर सपूतों के बलिदान को जिले के हर युवाओं तक पहुँचाना चाहती हु।इस का स्वर्णिम इतिहास जन जन पहुँचाना ही मेरा लक्ष्य है।