सपा सरकार में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके ड्राइवर रामराज के अमेठी स्थित आवास पर ईडी द्वारा छापेमारी की गई। ईडी द्वारा छापेमारी की बात जंगल में आग की तरह फैल गई। बताया ये जा रहा है कि ईडी के करीब आधा दर्जन अधिकारी इस छापेमारी में मौजूद रहे। घण्टों छापेमारी और घर वालों से पूंछतांछ के बाद टीम वापस लौट गई। वहीं छापेमारी के बाद सपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
बताते चलें कि 2012 के विधानसभा चुनाव में अमेठी से गायत्री प्रसाद प्रजापति समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गए थे। तत्कालीन सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह के बेहद खास गायत्री का कद और बढ़ गया जब जीत के कुछ महीनों बाद ही उन्हें राज्य मंत्री के पद नवाजा गया। इसे मुलायम सिंह का आशीर्वाद कहें या फिर गायत्री की पार्टी के प्रति लगन उन्हें जल्द ही स्वतंत्र प्रभार और उसके बाद कैबिनेट मिनिस्टर के पद से नवाजा गया। उन्हें भूतत्त्व एवं खनिकर्म जैसे महत्वपूर्ण विभाग का मंत्री बनाया गया। लेकिन समय का फेर ऐसा बदला की 2017 चुनाव के ठीक पहले एक महिला और उसकी बेटी ने गंभीर आरोप लगाते हुये बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवा दिया। हाल ये रहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति इस बार 2017 में अमेठी से चुनाव हार गए। उसके बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई तब से वे जेल में बन्द हैं। जेल में रहते ही उनपर और उनके परिवार पर कहर टूट पड़ा। अभी कुछ दिनों पहले ही उनके बड़े बेटे अनिल प्रजापति को भी एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अब गायत्री की आय से अधिक संपत्ति के मामले की भी जांच हो रही है। इसी कड़ी में आज सुबह उनके अमेठी स्थित आवास विकास कॉलोनी वाले घर में ईडी ने छापेमारी की। करीब आधा दर्जन अधिकारियो ने गायत्री और उनके ड्राइवर के घर कागजात खंगाले और घर के अंदर मौजूद लोगों से पूंछतांछ की। इस दौरान पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। फ़िलहाल इस छापेमारी को लेकर स्थानीय सपा नेता राजेश मिश्रा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राजेश ने कहा कि गायत्री प्रजापति ने गरीब और गरीबों के लिये काम किया था। अमेठी मे विकास की गंगा बहाई थी, लेकिन आज सत्ता के बल पर गायत्री और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। फ़िलहाल उन्होंने उम्मीद जताई है कि उन्हें अदालत से न्याय मिलेगा।