बताते चलें कि सुल्तानपुर जिले में जून 2016 में बल्दीराय ब्लाक को तहसील का दर्जा मिला था। बीही निदुरा गांव में पहले से ही ब्लाक,विद्युत, पशु चिकित्सालय समेत कार्यालय थे, लिहाजा जिला प्रशासन उसी के सामने सड़क की दूसरी तरफ के हथना कला गांव में बल्दीराय तहसील बनाने के लिये जमीन चिन्हित कर दी गई थी। जिसके बाद बीही निदुरा और हथना कला गांव की जमीन कीमती हो गई। आरोप है कि बीही निदुरा गांव के प्रधान श्रीपाल पासी ने अधिकारियों की मिलीभगत से ब्लाक मुख्यालय, पशु चिकित्सालय, विद्युत विभाग कॉलोनी समेत तमाम कार्यालयों से सटी जमीनों पर कई दर्जन लोगों को कृषि एवं आवासीय पट्टा कर डाला गया। आरोप है कि पट्टा पाने वालों में करदाता, धनाढ्य और बाहरी लोग शामिल हैं। इस बात की भनक जब स्थानीय लोगों और अपात्रों को हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत की। करीब एक साल से ग्रामीण जिलाधिकारी समेत तमाम आलाधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
करीब एक साल से ग्रामीण परेशान हैं, लेकिन दबंग ग्राम प्रधान श्रीपाल पासी और भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर कोई कार्यवाही न हुई। अब नए जिलाधिकारी रवीश गुप्ता से ग्रामीणों को न्याय की उम्मीद जगी है। लिहाजा उनसे भी शिकायत की गई है ताकि अपात्रों को दिया जाने वाला पट्टा निरस्त किया जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो। वहीं जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने मामले की जांच कराकर पट्टा निरस्त करने की बात कही है।