सुल्तानपुर में दीपावली पर्व पर पटाखो के दाम असमान छू रहे थे। पटाखा व्यवसाई एक का माल चार में बेचते नजर आ रहे थे। लेकिन ऐसा क्यों हुआ, कभी आप ने सोचा, नहीं सोचा तो चलिए हम आप को बताते हैं। दीपावली पर्व पर यहां अस्थाई पटाखा लाइसेंस बनवाने के लिए जिन जिन विभागों की रिपोर्ट लगती है उन सबके घर पैसों का अकाल था। दीपावली आते ही उनका ये अकाल अवसर में बदल गया। सरकार से मिली तनख्वाह से इनका पेट नहीं भरता है। तभी तो ये गरीबों के पेट पर लात मारने से नहीं चूकते हैं। लिहाजा इन्होंने सभी अस्थाई लाइसेंस बनवाने वालों से जमकर वसूली की। राजस्व विभाग के बाद अब देखिए अग्निशमन विभाग का कारनामा।