दरअसल सुल्तानपुर में अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर भारतीय किसान यूनियन करीब दो हफ्ते से धरने पर बैठे हुये हैं। इनका आरोप था कि बिजली विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। बड़े बड़े बिल पल भर में खत्म कर दिए जाते हैं। चुनिंदा कर्मचारी राजस्व की हानि करने अपनी जेबें भरने पर लगे हैं। करोड़ों का वारा न्यारा करके बड़ी बड़ी कोठी तैयार कर लिये हैं। लिहाजा ऐसे भ्रष्ट लोगों पर कार्यवाही को लेकर भारतीय किसन यूनियन ने कई बार प्रदर्शन किया। विभाग के अधीक्षण अभियंता से शिकायत कर जांच करवाने का अनुरोध किया, लेकिन साहब न ही जांच करवा रहे हैं और न ही कार्यवाही कर रहे हैं। ये अलग बात है कि किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को दलाल की संज्ञा दे दी जा रही है।