*बेसिक विभाग में तैनात पिस्टल बाबू पर नही हुई कोई कार्यवाही, गाली दो स्पष्टीकरण मांग लो बी एस ए साहिबा का चल रहा फॉर्मूला*
*एक शायर ने कहा था , लिखूंगा पढ़ाऊंगा तब तक आपको , खोलूंगा राज आपका आपके ईमान का , कलम से जब कलमकार लिखना शुरू करता है , बड़े बड़े ईमानदारों के पोल खोल देता है*।
गाली दो स्पष्टीकरण मांग लो , ऑफिस में देरी हुई तो सस्पेंड कर दो यह न्याय है बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी का ,
*सवाल करोगे ,जवाब मिलेगा , आप को क्या दिक्कत है विभाग हमे चलाना है* ।
हम उस प्रकरण की बात कर रहे है , जिस प्रकरण में बी एस ए ऑफिस के परियोजना में तैनात पिस्टल बाबू का , *जिस पिस्टल बाबू ने अभी कुछ दिन पहले परियोजना के एक डी सी को सरे ऑफिस कसर्मचारियो के सामने माँ बहन की भद्दी भद्दी गालियों से शर्मसार कर दिया था* , सूत्र बताते है कि , बी एस ए साहिबा को जब पता चला तो शर्मसार हुए डी सी से लिखित शिकायत ली , और अपने चहेते पिस्टल बाबू स्पष्टीकरण मांग ली , *आप भी जानते होंगे कि अधिकारियों को कार्यवाही न करनी हो तो स्पष्टीकरण वह हथकंडा है जिसके सहारे अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों के सवालों पर भी बच जाते है और दोषी पर कार्यवाही भी ठंडे बस्ते में दफन हो जाती है* , शायद यही मंशा बी एस ए दीपिका चतुर्वेदी का है ,
बहरहाल जनपद में तैनात बी एस ए दीपिका चतुर्वेदी की कार्यवाहियां चर्चाओं में हमेशा बनी रहती है , *चाहे वह किसी बाबू को सस्पेंड करने का मामला हो , या फिर हो किसी पद के लिपिक का चार्ज नियम कानून को ताख पर रखकर पिस्टल बाबू को देने का हो , या फिर हो उन कागजो को बिना हस्ताक्षर करना जैसे तमाम मामले चर्चाओं में बने रहते है* ।
बेसिक विभाग के परियोजना में तैनात पिस्टल बाबू की दास्तान शासन से लेकर प्रशासन तक के जिम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान जुगाड़ की नौकरी से लेकर करोड़ पति बनने तक व गाली जैसे तमाम प्रकरण संज्ञान में है , *लेकिन अफसोस यह है कि जिस योगी सरकार में तमाम भृष्टाचारियो के खिलाफ कार्यवाहियां हो रही है , ऐसे में एक मामूली सा बेसिक विभाग के परियोजना में तैनात जुगाड़ की नौकरी करने वाला पिस्टल बाबू , नटवर लाल व दबंग संविदा बाबू पर जिला प्रशासन क्यो मेहरबान है* ।