सुल्तानपुर के शहरी क्षेत्र में नजूल की जमीन पर बने पुराने और जर्जर मकानों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बहुतों ने इसके पुनर्निर्माण और नक्शा स्वीकृत के लिये विनियमित क्षेत्र में आवेदन भी कर रखा है। लेकिन ज्यादातर आवेदन विभाग में धूल फांक रहे हैं। जिन आवेदनों पर प्रपार्टी डीलर या ऊंची पहुंच वालों की मोहर लग जाती है उनका नक्शा भी पास ह्यो जाता है और उन्हें नजूल पर पुनर्निर्माण की अनुमति भी मिल जाती है। यानि अगर आपको नजूल की जमीन पर बने मकान का दुकान पुनर्निर्माण करवाना है तो प्रपार्टी डीलरों से सौदा करना मजबूरी है। कुछ ऐसा ही आरोप लगाया है अपना दल के जिलाध्यक्ष अविनाश पटेल ने। अविनाश ने बाकायदा जिलाधिकारी से इसकी शिकायत भी की है। और नजूल पर जर्जर हो चुके मकान दुकान का नक्शा पास करने या फिर कारण दिखाकर उनका आवेदन निरस्त करने के लिये शिकायती पत्र भी दिया है। वहीं जिलाधिकारी मामले की जांच कराकर कार्यवाही का आश्वासन दे रहे हैं।