-सुल्तानपुर- पिछले 27 नवम्बर से सीज पीसीएफ का गोदाम खोल दिया गया। दरअसल भंडार नायक के सुसाइड के बाद खाद के घोटाले की आशंका में गोदाम डीएम ने सीज करवा दिया था। फिलहाल तीन सदस्यीय टीम की अगुवाई में सीज गोदाम खुलवा कर वहां रखे स्टाक की जांच करवाई जा रही है।
दरअसल ये मामला है नगर कोतवाली के पयागीपुर स्थित पीसीएफ गोदाम का। इसी गोदाम में सिद्धार्थ वर्धन भंडार नायक के पद पर तैनात था। बीते 26 नवम्बर की रात सिद्धार्थ ने अपने एक साथी को फोन कर यहां लाखों की 100 टन खाद गायब होने की बात कह कर खुदखुशी कर ली थी। सिद्धार्थ ने मरने से पहले यहां के कर्मचारियों पर ही खाद घोटाले का आरोप लगाया था। गौरतलब हो कि इस गोदाम के करीब 16 कर्मचारी तैनात थे, सिद्धार्थ के साथी ने वहां कर्मचरियों को भी फोन करके उसे सूचना भी दी थी। बावजूद इसके किसी ने उसे अस्पताल ले जाने की जहमत नही उठाई। 27 नवम्बर की दोपहर उसे अस्पताल लाया जहां थोड़ी ही देर बाद सिद्धार्थ ने दम तोड़ दिया। इस बात की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था। आनन फानन जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने पीसीएफ गोदाम को सीज करवा दिया था। बीते मंगलवार को डीएम के निर्देश पर अपर सहकारी अधिकारी कादीपुर, नायब तहसीलदार सदर और नगर कोतवाली पुलिस की अगुवाई में पीसीएफ गोदाम खुलवा दिया गया। साथ ही वहां रखे खाद और स्टाक रजिस्टर का मिलान करवाया जा रहा है। जिलाधिकारी की माने तो पूरी जांच होने के बाद कार्यवाही की जाएगी।