सांसद हो तो मेंनका गांधी जैसी, जो महीने में 3-3 दिनों के लिये कम से कम दो दो बार दौरे पर तो आती ही हैं, साथ ही लोगों के सुख दुख में पहुंचने का भी पूरा प्रयास करती हैं। इस बार भी वे रविवार को तीन दिवसीय दौरे पर सुल्तानपुर पहुंची हुई थी। उनके दौरे का आज तीसरा और अंतिम दिन था, लेकिन जब सांसद मेनका गांधी को गोमती नदी के बढ़ते जलस्तर और दर्जनो गांव में पानी घुसने और फसलों के बर्बाद होने की जानकारी लगी तो वे अपने आप को रोक न सकी। पहले उन्होंने नाव से बाढ़ प्रभावित तीन गांव का दौरा किया फिर खुद ही हाथों में चप्पल लेकर पानी मे उतर गई और ग्रामीणों को हर संभव मदद के लिये आश्वस्त किया।
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