सुल्तानपुर
• सीफार संस्था के सहयोग से आयोजित हुई मीडिया कार्यशाला
• कार्यशाला में दी गईं एनएचएम की योजनाओं की जानकारी
• अगले हफ्ते शुरू हो जाएगी कादीपुर की ब्लड स्टोरेज यूनिट
सुलतानपुर
कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसके साथ ही घर-घर स्वास्थ्य योजनाओं को पहुंचाने के लिए हम दृढ़संकल्प हैं। यह कहना है मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ धर्मेन्द्र कुमार त्रिपाठी का। डॉ त्रिपाठी बृहस्पतिवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रीसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से आयोजित मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
सीएमओ डॉ त्रिपाठी ने बताया कि जिले में 7 ऑक्सीजन प्लांट बनने हैं। इसमें 4 पूरी तरह तैयार हैं। दो प्लांट का कार्य प्रगति पर है और एक ऑक्सीजन प्लांट अभी जल्द ही स्वीकृत हुआ है। इसके साथ ही कोविड–19 की संभावित लहर का सामना करने के लिए जिले में 40 बेड का एक पीकू वार्ड और 4 नीकू वार्ड तैयार किए गए हैं।
सीएमओ ने बताया कि जनपद के तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों लंभुआ, दोस्तपुर और कादीपुर को अपडेट कर फर्स्ट रेफरल यूनिट में परिवर्तित कर लिया गया है। अब इन स्वास्थ्य केंद्रों पर भी लोगों को ऑपरेशन की सुविधा मुहैया हो रही है। उन्होंने बताया कि जनपद के दो और स्वास्थ्य केंद्र बल्दीराय व जयसिंहपुर को भी जल्दी ही फर्स्ट रेफरल यूनिट में परिवर्तित कर लिया जाएगा। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कादीपुर में ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना हो गई है। सितंबर माह के पहले हप्ते में ही इसका संचालन शुरू हो जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डॉ ए.एन. राय ने बताया कि जिले में शुक्रवार को कोविड टीकाकरण का महाभियान चलेगा। जनपद में अब तक कुल 634904 लोगों को कोरोना के टीका से प्रतिरक्षित किया जा चुका है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राधा वल्लभ ने बताया कि जिले में अब तक कुल 850279 लोगों की कोविड-19 संक्रमण की जांच की जा चुकी है। इसमें 3,93,327 लोगों की आरटीपीसीआर, 4,55,368 की एंटीजन और 1584 लोगों की ट्रूनाट जांच शामिल है।
डीपीएम ने बताया कि इस वर्ष एक महिला चिकित्सालय, एक पुरुष चिकित्सालय, 3 सीएचसी और 7 पीएचसी को कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है। इसमें सीएचसी दूबेपुर को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है। कार्यशाला में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान मीडिया ने सीएमओ से कई अहम सवाल किए। इसमें महिला चिकित्सालय में आक्सीजन से मौत, जिला अस्पताल से निजी एम्बुलेंस का संचालन और सरकारी डॉक्टरों की निजी प्रेक्टिस आदि शामिल रहा।
स्टेट प्रोग्राम मैनेजर लोकेश त्रिपाठी ने सीफार संस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही स्वास्थ्य जैसे गंभीर विषय को रोचक और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए मीडिया को धन्यवाद दिया। सीफार संस्था के मण्डल समन्यवक सुशील चौधरी ने मण्डल स्तर पर प्रमुख स्वास्थ्य मुद्दों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर सीफार की तरफ से विनय, राजकुमार, संतोष और महेंद्र मौजूद रहे।