*नौंवे दिन भी जारी रहा KNIPSS में मिशन शक्ति कार्यक्रम का संचालन*
*यूट्यूब और ज़ूम प्लेटफॉर्म के जरिये किया गया आयोजन*
*कार्यक्रम में अवध विवि के भूतपूर्व डीन विन्देश्वरी प्रसाद सिंह समेत KNIPSS के कई शिक्षक हुये शामिल*
उच्च शिक्षा निदेशालय एवं उत्तर प्रदेश सरकार की पहल पर मिशन शक्ति कार्यक्रम का आयोजन आज कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान, सुलतानपुर द्वारा अनवरत नौवे दिन युट्युब प्लेफार्म एवं जूम प्लेटफार्म पर समानान्तर संचालित किया गया। आज नौवें दिन विधि विशेषज्ञ श्री बिध्येश्वरी प्रसाद सिंह भूतपूर्व डीन, डाॅ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविघालय ने छात्राओं की लीगल काउसिंलिग की। एवं इन्टेरिक्टिब सेशन के माध्यम से उनकी समस्याओं का समाधान भी किया। श्री0 सिंह ने अपने उद्बोधन में नारी अधिकारों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान में विधिक अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की। श्री सिंह ने कहा कि यह हमारी सोच है कि हम नारी को कमजोर मानते है जबकि वह हमारे समाज का आधा अंग है जिन्हें बिना साथ लिये हमारा विकास ही नहीं हो सकता। हम नारी सशक्तिकरण की बात कह कर उन्हें कमजोरी का अहसास तो नहीें करा रहें, इसे बदलना होगा।
द्वितीय वक्ता के रूप में मौजूद श्रीमती रंजना सिंह अध्यक्षा, राजनीति विज्ञान एवं संयोजक संस्थान महिला प्रकोष्ठ ने नारी शक्ति एवं लैंगिक समानता पर अपने विचार रखें। श्रीमती रंजना सिंह ने अपने व्याख्यान में विभिन्न आंकडो द्वारा महिला उत्पीडन पर विस्तार से परिचर्चा की। श्रीमती सिंह ने अपने व्याख्यान में यह स्पष्ट किया कि नारी को समानता के मतलब पुरूषोें से तुलना नहीं बल्कि समान अवसरों जो सहज हों की प्राप्ति से होना चाहिंए। महिला एवं पुरूष की सहज प्रवृत्ति को बनाये रखना भी अति आवश्यक है अन्यथा समाज ही विखर जायेगा। किन्तु इसी संतुलन के साथ समान अवसरों के श्रृजन एवं प्रयोग को भी सुनिश्चित करना ही होगा। विचारशाला में तीसरे वक्ता के रूप में श्री हरिराम गुप्ता, दौनिक जागरण सुलतानपुर, ने निर्भया हत्याकाण्ड एवं आरूषी हत्याकांड के व्यक्तिगत रिपोटिंग की अनुभूती साझा की। आपने अपने अनुभव सिस्टम की व्यवस्था को साझा किया। साथ ही नारी सशक्तिकरण हेतु सुझाव भी दिये।
समापन अवसर पर बोलते हुए संस्थान प्राचार्य एवं मिशन शक्ति नोडल अधिकारी, जनपद सुलतानपुर डाॅ0 राधेश्याम सिंह ने नारी भाव को स्पष्ट किया। डाॅ0 सिंह ने मिशन शक्ति की आवश्यकता क्यों महसूस हुई पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्राचार्य सर ने संवाद की उपयोगिता पर प्रकाश डाला, तथा प्रतिरोधात्मकता के प्रयास को बढावा देने के लिए आवह्न इस आशय से किया कि हमारे नारी शक्ति सहज भाव से समान के अंग के रूप में सौद्धन्तिक नहीं बल्कि व्यवहारिक रूप ये भी महसूस करें।
अन्त में इस मिशन के आयोजन सचिव डाॅ0 प्रविण कुमार सिंह ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि मिशन शक्ति के नौ दिन के कार्यक्रम को डिजिटल मोड का भरपूर प्रयोग करते हुए 21 विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने छात्राओं, अभिभावकों, एवं प्राध्यापकों से अपने विचार साझा किये। आपने संस्थान प्राचार्य को यथासम्भव संसाधन उपलब्ध कराने एवं उदार एवं प्रेरक नेतृत्व के लिए साधुवाद ज्ञापित किया। आपने अपनी टेक्नीकल टीम डाॅ अवधेश कुमार दूबे , श्री संजय पाण्डेय एवं श्रीमती रंजना सिंह के प्रति भी विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया। आपने श्री नसीरूद्दीन, अध्यक्ष, उ0 प्र. किक बाक्सिंग एसोसिएशन, श्री वत्सल्य रंजन सिंह, डाॅ0 सुशील कुमार सिंह, उपप्राचार्य, श्री अनिल सिंह, वर्सर, श्री आर सी श्रीवास्तव, श्री अनिल सिंह कार्यालय अधीक्षक, श्री एफ यु अंसारी एवं संस्थान महिला प्रकोष्ठ के सभी सदस्यों के प्रति भी अपना कृतज्ञता ज्ञापित की। उच्च शिक्षा निदेशालय एवं उत्तर प्रदेश संरकार की इस मुहिम के लिए भी आपने साधुवाद ज्ञापित किया। उपरोक्त जानकारी संस्थान के प्राचार्य डॉ राधेश्याम सिंह ने दी।