सुल्तानपुर में पुलिसिया कार्यवाही से नाराज ग्रामीणों ने आज बांदा टांडा मार्ग हाईवे पर शव को रखकर जाम लगा दिया और प्रदर्शन करने लगे। दरअसल बीते 28 मार्च को गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव का रहने वाला रिजवान अहमद खान मोतीगंज बाजार सामान लाने गया हुआ था वहां से लौटते समय नहर पुल के पास गांव के ही शहबान, रिजवान, सुफियान समेत कई लोगों ने उसे रोक लिया। आरोप है कि इन लोगों ने रिजवान, अंसार, और फिरोज को लाठी- डंडो और पिस्टल की बट से जमकर पीटा और धमकी देते हुए वहां से फरार हो गए। आनन-फानन में इन तीनों को जिला अस्पताल लाया गया लेकिन अंसार की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। इतनी बड़ी घटना के बावजूद पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर महज मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया वही आज इलाज के दौरान लखनऊ में अंसार की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। वही पुलिसिया कार्यवाही से नाराज परिजन अंसार का शव लेकर सुलतानपुर पहुंचे तो बांदा टांडा हाईवे पर मोतीगंज नहर पुल पर जाम लगा दिया। और प्रदर्शन करने लगे परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस अपराधियों से मिली हुई है इसीलिए हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों पर कार्यवाही नहीं कर रही है। फिलहाल ये पूरा मामला चुनावी रंजिश को लेकर देखा जा रहा है। गौरतलब हो कि अभी कुछ दिनों पहले भी गोसाईंगंज थानाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय भाजपा नेता पर कार्यवाही लेकर सुर्खियों में आये थे। फिलहाल इसमामले में भी लचर कार्यवाही ने इनकी पोल खोल दी है।