भले ही पुलिस को लेकर लोगों में तमाम तरह के मतभेद हों, लेकिन इसके बाद भी इसी विभाग में कुछ ऐसे भी होनहार हैं जो अपनी काबिलियत और कर्तव्यों के चलते अपना अलग ही मुकाम बना चुके हैं। ऐसा ही एक नाम है धर्मराज उपाध्याय का। धर्मराज उपाध्याय उत्तर प्रदेश पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। लेकिन पिछले कई सालों से इन्हें शायरी का शौक क्या लगा तब से नौकरी के साथ साथ ये अपनी विलक्षण प्रतिभा को निखारने में लगे हुये हैं। पुलिस की नौकरी के बाद भी धर्मराज उपाध्याय विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर समय निकालकर अपनी प्रतिक्रिया कविताओं के जरिये जरूर देते हैं। अपनी चुटीली कविताओं से न सिर्फ वे लोगों को गुदगुदाते हैं बल्कि लोगों के बीच पहुंचकर अपनी कविताओं का पाठ भी करते हैं। बैटमिंटन के अच्छे खिलाड़ी होने के साथ साथ उनकी जो सबसे खास बात है कि जहां भी जाते हैं अपने साथियों से मिलना नही भूलते। खाने खिलाने के शौकीन धर्मराज वर्तमान में सीतापुर में तैनात हैं। इसके पहले वे पूर्वांचल के कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।